दोस्तों ! किसी भी चीज का नशा ऐसी लत है जिसे इंसान जब तक कर नहीं लेता है वह चैन से नहीं रह सकता। ये नशा कभी अच्छी चीज के लिए होता है तो कभी बुरी चीजों के लिए भी उत्पन्न होता है। आज हम सब देख रहे हैं कि अधिकांश लोग नशे का शिकार हो रहे हैं। जिसके चलते उनका जीवन काफी अस्त व्यस्त हो रहा है और निजी जीवन में वो काफी परेशान नजर आते हैं। यहीं नहीं उनका पारिवारिक जीवन भी ठीक ठाक नहीं रहता रोज आपस में झगड़े होते रहते हैं। चाहे वो बीवी के साथ हो या माता पिता के साथ, बाल बच्चों के साथ या फिर अपने पड़ोसियों के साथ उनका झगड़ा होते रहता है और इसका खामियाज़ा परिवार को भुगतना पड़ता है। दोस्तों, नशा चाहे किसी भी चीज का हो वो सही नहीं होता है। कही न कही इसका बुरा असर पड़ता है इंसान की सेहत पर उसका जीवन पर।आये दिन रोज कही न कही कोई मृत्यु होती रहती है नशा के कारण।
नशा का शिकार इंसान किसी भी जगह ठीक से नहीं रह सकता। कहीं ढंग से नौकरी नहीं कर सकता ऐसे में नौकरी से हाथ धोने का डर बना रहता है। क्यूंकि नशे में इंसान को होश भी नहीं रहता है और वो सारे काम गलत सलत कर देता है। आज ये भारत की बहुत बड़ी समस्या बन गयी है। सरकार इस से निपटने के अनेकों उपाय कर रही है और कुछ कुछ जगहों पर इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल भी रहा है।
बच्चों में नशा खोरी
आज हम सब देख रहे हैं की बच्चों में नशा खोरी की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है जो की बहुत ही खतरनाक है। स्कूलों, कालेजों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के आस पास नशे का सामान बेचने वालों को देखा जा सकता हैं। इस लिए किसी किसी जगहों पर ऐसे सामान बेचने वालों को जाने की इजाजत नहीं होती है। समाज को नशामुक्त बनाने के लिए सार्वजनिक तौर पर सबको आगे आना होगा और लोगों को जागरूक करना होगा।
बच्चों में नशा खोरी
आज हम सब देख रहे हैं की बच्चों में नशा खोरी की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है जो की बहुत ही खतरनाक है। स्कूलों, कालेजों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के आस पास नशे का सामान बेचने वालों को देखा जा सकता हैं। इस लिए किसी किसी जगहों पर ऐसे सामान बेचने वालों को जाने की इजाजत नहीं होती है। समाज को नशामुक्त बनाने के लिए सार्वजनिक तौर पर सबको आगे आना होगा और लोगों को जागरूक करना होगा।
नशा मुक्ति के उपाय
नशा मुक्ति अभियान चलाकर लोगों को नशे के चंगुल से बचाया जा सकता है। सरकार को जगह जगह इसके लिए जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करना होगा और लोगों को इसके बारे में बताना होगा कि ये नशा क्या है इसके दुष्परिणाम क्या है। ये सच है कि नशे का शिकार व्यक्ति मानसिक तौर पर बीमार हो जाता है और वो किसी भी काम को करने के लिए पूरी तरह से सक्षम नहीं रह जाता है।
मेरा मानना ये है कि नशा मुक्ति के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कुछ समाजसेवी संस्थाओं और स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आना होगा और लोगों को नशामुक्ति के लिए जागरूक करना होगा। तब जाकर लोग जागरूक होंगे और हमारा समाज इस दीमक से छुटकारा पायेगा।
जब कोई भी व्यक्ति नशे का आदि नहीं होगा तब जाकर उसका परिवार सुखी और ख़ुशी जीवन व्यतीत कर पायेगा
धन्यवाद !
2 Comments
Yes
ReplyDeleteGood Commitment
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